हिचकियां आने का कारण और इसको रोकने का उपाय. (The reason for hiccups and the way to stop it!)
हालांकि हिचकी आना आम बात है और यह कभी भी कहीं भी आ सकती है। कई लोग मानते हैं कि जब कोई किसीको याद करता है तो याद किये जानेवाले को हिचकी आती है | लेकिन हिचकी आने के कारण कुछ और ही होते है|
क्यों आती है हिचकी ?
हमारे शरीर में छाती और पेट के बीच, इन दोनों हिस्सों को अलग करनेवाली एक मांसपेशी होती है, जिसे डायफ्राम कहते हैं | यह सांस लेने की प्रक्रिया में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है | किसी वजह से जब डायफ्राम सिकुड़ती है, तो फेफड़े हवा को तेजी से अंदर खींचते हैं और सांस लेने में द़िक्क़त होने लगती है, जिससे हिचकी शुरू हो जाती है |
- तिखे, मसालेदार भोजन का या अल्कोहल का सेवन करना;
- ज़्यादा खाने से या जल्दी-जल्दी भोजन निगलने से
- चिंता, तनाव, ग़ुस्सा या बहोत ज़ोर से हंसना इनके वजह से भी हिचकी आ सकती है.
- हानिकारक धुआं आदि से हिचकी आ सकती है |
हिचकियां रोकने का उपाय -
हिचकियों को रोकने के लिए सबसे पहले तो हम पानी पीते हैं | लेकिन जब इससे बात नहीं बनती तो इन आसान उपायों को आप आजमा सकते हैं:
एक लंबी सांस लें और उसे कुछ सेकेंड के लिये रोक कर रखें। फिर छोड़ दें। इस प्रयोग को दोहराने से भी हिचकियां आना रूक जाती है।
एक चम्मच शक्कर मुंह में डालकर चूसने से भी कई बार हिचकियाँ रुक जाती है | या आप पानी में शक़्कर के साथ एक चुटकी नमक भी मिला दे और इस पानी को थोड़ा-थोड़ा और धीरे-धीरे पीए।