Ashwagandha Benefits In Hindi – कई बीमारियों के लिए रामबाण है अश्वगंधा, जानिए क्या हैं इसके फायदे और नुकसान

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आयुर्वेद में उपचार के लिए अश्वगंधा का उपयोग आज कोई नया नहीं है यह प्राचीन काल से ही उपयोग में आ रहा है यह एक बहुत ही कारगर औषधि है. बीते कई हजारों साल अश्वगंधा का उपयोग कई गंभीर बीमारियों के लिए किया जाता रहा है.

Ashwagandha Benefits In Hindi

आजकल की भागदौड़ की जिंदगी में ज्यादातर लोग तनाव जैसी समस्या से लगातार जूझ रहे हैं. आपके जीवन में तनाव के कई कारण हो सकते हैं. अगर आपका तनाव चिंता, मानसिक समस्या है तो अश्वगंधा का सेवन आपके तनाव को कम करने में आपकी मदद करता है. अश्वगंधा में मौजूद औषधीय गुण आपके तनाव दूर करने में काफी मदद करता है. अश्वगंधा में एंटी-स्ट्रेस गुण तनाव से राहत दिलाता है. तो चलिए अब हम आपको अश्वगंधा के और भी बहुत से गुणों के बारे में बताते हैं जिनसे आप अभी तक अंजान हैं.

What is Ashwagandha in Hindi – अश्वगंधा क्या होता है?

अश्वगंधा (Withania somnifera) एक सर्वश्रेष्ठ प्रकार की औषधीय जड़ी बूटी है जिसका उपयोग आयुर्वेदिक और यूनानी चिकित्सा में हजारों वर्षों से किया जाता रहा है। यह एक एडाप्टोजेन होता है, जिसका अर्थ है कि यह हमारे शरीर को तनाव का प्रबंधन करने में मदद करने की क्षमता रखता है। यह सोलानेसी परिवार (फूलों के पौधों का एक आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण परिवार जिसमे वार्षिक और बारहमासी जड़ी बूटियों से लेकर बेलें, लिआना, एपिफाइट्स, झाड़ियाँ और पेड़ शामिल होते हैं।) से संबंधित है। इसे भारतीय जिनसेंग या शीतकालीन चेरी के नाम से भी जाना जाता है।
यदि अश्वगंधा के शाब्दिक अर्थ की बात करें तो यह संस्कृत से लिया गया है। संस्कृत में, अश्वगंधा शब्द का अर्थ होता है “घोड़े की गंध”, जो संभवतः शक्ति बढ़ाने के रूप में इसके तेज छोटे और संभावित गुणों के संदर्भ में है।

कई शताब्दियों से अश्वगंधा के उपयोग के कारण आधुनिक चिकित्सा विज्ञान में जिज्ञासा पैदा हुई, जिससे वैज्ञानिकों में इस पौधे के औषधीय गुणों की जांच में रुचि पैदा हुई। प्रारंभिक अध्ययनों ने संभावित चिकित्सीय क्षमताओं की उपस्थिति का संकेत दिया और इस पौधे के रासायनिक घटकों में किसी प्रकार की विषाक्तता नहीं दिखाई दी।

एक अध्ययन के अनुसार अश्वगंधा में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-ऑक्सीडाइजिंग, एंटी-स्ट्रेस, नींद लाने वाली और ड्रग विदड्रॉल गुण होते हैं। इस जड़ी बूटी से बनने वाले कई यौगिकों से गठिया और आमवात (rheumatism) जैसे मस्कुलोस्केलेटल समस्याओं में सुधार होता है। यह एक टॉनिक के रूप में भी काम करता है जो ऊर्जा को बढ़ाता है और समग्र स्वास्थ्य और दीर्घायु प्रदान करता है। (1)

Ashwagandha Benefits in Hindi – अश्वगंधा के फायदे

1. अश्वगंधा के सेवन से बढ़ती है पुरुषों की यौन शक्ति

अगर आप अपने जीवन साथी के साथ अपने सेक्सुअल रिलेशनंस को लेकर खुश नहीं हैं और आपके अंदर समय से पहले ही सेक्स की भूख खत्म होने लगी है तो फिर आपको अश्वगंधा का सेवन जरूर करना चाहिए. अश्वगंधा में ऐसी शक्ति वर्द्धक औषधियां मौजूद हैं जिनके सेवन से पुरुषों में होने वाली यौन दुर्बलता को मजबूत बनाती है. इसके सेवन से सेक्स में इच्छी की कमी, वीर्य में कमी, शीघ्रपतन जैसी समस्याओं निजात मिल जाती है. अश्वगंधा का सेवन करने से  वीर्य की गुणवत्ता में सुधार और संख्याओं में भी वृद्धि करता है.

2. अश्वगंधा का सेवन अनिद्रा और बेचैनी से देगा राहत

अगर आपको रात में नींद नहीं आती है और आप पूरी रात करवटें बदलते हुए काट दे रहे हैं. तो आपको अश्वगंधा लेना चाहिए. जब आपकी नींद नहीं पूरी होगी तो फिर आप तनाव में रहने लगते हैं एक अध्ययन में ये बताया गया है कि अश्वगंधा की पत्तियों में ट्राइथिलीन ग्लाइकोल नाम का यौगिक मौजूद होता है, जो पर्याप्त और सुकून भरी नींद लेने में सहयोग करता है.

3. अश्वगंधा का सेवन कोलेस्ट्रॉल कम करता है

अगर हम अश्वगंधा के गुणों की बात करें तो शायद एक उपन्यास भी कम होगा हमें शब्दों की कमी पड़ जाएगी. दिल के मरीजों के लिए भी अश्वगंधा का सेवन बहुत ही फायदेमंद होता है. इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण आपके शरीर से कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है. अश्वगंधा के सेवन से दिल की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करती हैं.

5. आपके डायबिटीज को कंट्रोल करता है अश्वगंधा

आजकल की जीवन शैली में लोगों को तनाव, अनिद्रा और डायबिटीज जैसे रोगों का हो जाना आम बात है. ऐसे में डायबिटीज के मरीजों की संख्या लगातार दिन दूना और रात चौगुना बढ़ती ही जा रही है. ये एक ऐसी बीमारी है जिसका इलाज सिर्फ आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों से ही संभव है. अश्वगंधा के सेवन से डायबिटीज को कंट्रोल किया जा सकता है.

6. अश्वगंधा का सेवन कैंसर से भी करता है बचाव

अश्वगंधा का सेवन आपको कैंसर जैसी घातक प्राणलेवा बीमारी से भी निजात दिलवा देता है. इसमें मौजूद एंटी-ट्यूमर गुण वैकल्पिक उपचार के लिए काफी अच्छा माना जाता है.

7. गठिया रोग से निजात दिलाता है अश्वगंधा

अश्वगंधा को एक दर्द निवारक के रूप में जाना जाता है जो दर्द संकेतों को तंत्रिका तंत्र पर भेजने से रोकने के लिए कार्य करता है। साथ ही इसमें कुछ एंटी इन्फ्लैमटॉरी गुण भी होते हैं। इसी कारण से, कुछ शोधों ने इसे गठिया के विभिन्न रूपों के उपचार में प्रभावी होना दिखाया है।

8. मसल वृद्धि में सहायक

अश्वगंधा को निचले अंगों की मांसपेशियों की ताकत में सुधार करने और कमजोरी को ठीक करने में मदद करने के लिए उपयोगी पाया गया है। यह न्यूरो-मांसपेशियों के समन्वय पर भी सकारात्मक प्रभाव डालता है।

9. इम्युनिटी बढ़ाता है अश्वगंधा

बहुत से शोधों से पता चला है कि अश्वगंधा के सेवन से इम्यून सिस्टम रिएक्टिविटी का महत्वपूर्ण मॉड्यूलेशन हुआ और इम्यूनोस्प्रेसिव ड्रग्स से प्रेरित चूहों में मायलोस्पुप्रेशन को रोका गया। अश्वगंधा कैप्सूल लाल रक्त कोशिका, श्वेत रक्त कोशिका और प्लेटलेट काउंट को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं, जो इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद करते हैं।

10. हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है अश्वगंधा

अश्वगंधा से हृदय स्वास्थ्य के लिए कई तरह के फायदे हो सकते हैं, जिसमें कुछ उपचार भी शामिल है:

  • उच्च रक्त चाप
  • उच्च कोलेस्ट्रॉल
  • छाती में दर्द
  • दिल की बीमारी

इंटरनेशनल जर्नल ऑफ आयुर्वेद रिसर्च में प्रकाशित एक मानव अध्ययन में पाया गया कि हृदय स्वास्थ्य के लिए जड़ी बूटी का उपयोग करना (एक अन्य आयुर्वेदिक जड़ी बूटी के साथ संयोजन में) मांसपेशियों की ताकत और धीरज में सुधार करने में सहायक था।

Side Effects of Ashwagandha in Hindi – अश्वगंधा के नुकसान

  • बल्ड प्रेशर से ग्रस्त लोगों को अश्वगंधा डॉक्टर के परामर्श से ही लेना चाहिए. जिनका बीपी लो होता है उन्हे अश्वगंधा का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • अश्वगंधा का अधिक इस्तेमाल पेट के लिए हानिकारक हो सकता है। इसे लेने से डायरिया की समस्या हो सकती है. इसलिए इसके इस्तेमाल से पहले आप डॉक्टर की सलाह लें उसके बाद ही इसका सेवन करें।
  • अश्वगंधा का इस्तेमाल नींद के लिए अच्छा है. लेकिन इसका बहुत दिनों तक इस्तेमाल आपको नुकसान भी पहुंचा सकता है।
  • अश्वगंधा का सही डोज़ न लेने से आपको उल्टी और जी मिचलाने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
  • अश्वगंधा का ज्यादा प्रयोग आपके लिए नुकसानदायक भी हो सकता है. अश्वगंधा के ज्यादा इस्तेमाल से आपको बुखार, थकान, दर्द की शिकायत भी हो सकती है।

How To Use Ashwagandha in Hindi - अश्वगंधा का सेवन कैसे करें

अश्वगंधा चूर्ण खाने का तरीका बहुत आसान है। पानी, शहद या फिर घी में मिलाकर अश्वगंधा चूर्ण का सेवन किया जा सकता है। इसके अलावा, अश्वगंधा कैप्सूल, अश्वगंधा चाय और अश्वगंधा का रस भी मार्केट और ऑनलाइन आसानी से मिल जाता है।

When To Use Ashwagandha in Hindi - अश्वगंधा सेवन कब करें

रात में सोने से पहले दूध के साथ इसका सेवन फायदेमंद रहता है। इसके अलावा इसे खाना खाने के बाद भी लिया जा सकता है। कई लोग खाली पेट भी इसका सेवन करते हैं लेकिन कुछ लोगों को खाली पेट अश्वगंधा नुकसान करता है, इसलिए इसके सेवन करने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर या नेचुरापैथी एक्सपर्ट से सलाह लेकर इसका सेवन किया जाए।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. ApanHealth इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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